Jawab


Imprimir canciónEnviar corrección de la canciónEnviar canción nuevafacebooktwitterwhatsapp

ये मुनासिफ होगा हमको थाम लो के
हम भी चांद ढूंढने लगे है बादलों में
नाम शामिल हो चुका है अपना पागलों में
मतलबी इस दुनिया से किनारे कर लूं
नाम तेरे सारी की सारी बहारे कर दूं
बस चले तो तेरे हाथ में सितारे रख दूं

शाम का रंग, क्यों तेरे रंग में मिल रहा है?
दिल मेरा तेरे संग बैठकर, क्यों खिल रहा है?

है कोई जवाब? ओ मेरे जनाब
है कोई जवाब? इस बात का

आपके अपने ही है, हमको जानिए तो
इस शर्म के लहज़े को पहचानिए तो
बात बन जाएगी, बात मानिए तो
क्या है कुछ नही, ये चार दिन की जिंदगानी
तारो की हेर-फेर की ये कारिस्तानी
ना कभी भी मिटने वाली लिखदे कहानी

आपकी आंखों में, जो लिखा
मैं वो पढ़ रहा हूं
बात वो होठों पर कब आयेगी, इंतजार कर रहा हूं

है कोई जवाब? ओ मेरे जनाब
है कोई जवाब? इस बात का

बुनते रहे, या ना बुने ये ख़्वाब
है कोई जवाब इस बात का?